शिलांग। अंग्रेजी अखबार ‘द शिलांग टाइम्स’ की संपादक पी. मुखीम के आवास पर दो अज्ञात लोगों ने एक पेट्रोल बम फेंका। पुलिस ने बताया कि यह घटना मेघालय के उमपलिंग इलाके में हुई। पूर्वी खासी हिल के पुलिस अधीक्षक डेविस मारक ने बताया कि कल हुए इस हमले में मुखीम बाल-बाल बच गई क्योंकि पेट्रोल बम उनके शयन कक्ष की खिड़की के कांच को छूता निकल गया।
सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करने को लेकर मुखीम को साल 2000 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर मुखर रही हैं। पुलिस अधीक्षक ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया कि हमले के वक्त मुखीम अपने आवास में थीं। मोटरसाइकिल से आए दो लोगों ने रात करीब साढ़े आठ बजे मुखीम के आवास पर बम फेंका।
उन्होंने बताया कि इस घटना के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि मुखीम को न्याय मिले। मुख्यमंत्री कोनराड के . संगमा ने इस हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि मैंने गृहमंत्री से बात की है और हमने इस सिलसिले में डीजीपी से चर्चा की है।
राज्य के गृहमंत्री जेम्स संगमा ने कहा कि पुलिस विभाग मामले में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार करने के लिए अपनी हरसंभव कोशिश कर रहा है। विपक्षी कांग्रेस ने इस घटना पर आज चिंता जाहिर की। कांग्रेस प्रवक्ता जेनिथ संगमा ने कहा कि देशभर में पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं।
ऐसा लगता है कि बदमाश इस तरह के अपराधों को अंजाम देने के लिए स्वतंत्र हैं। शिलांग प्रेस क्लब के अध्यक्ष डेविड ओ . लैतफलांग ने अधिकारियों से हमलावरों पर मामला दर्ज करने के लिए सभी कदम उठाने को कहा। गौरतलब है कि 13 अप्रैल के एक संपादकीय में मुखीम ने मेघालय में खनन के नियमन की इजाजत की एक सरकारी योजना के खिलाफ लिखा था।