लखनऊ/ वाराणसी। कहते हैं कि अगर फेसबुक का प्रयोग अगर अच्छे काम के लिया किया जाए तो किसी की मदद करना और आसान हो जाता है। कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देखने को मिला जहां एक पत्नी आपने पति के मौत का शोक एक अजनबी शहर में माना तो रही थी, लेकिन कहीं न कहीं उसको एक चिंता भी सता रही थी कि अब इस अजनबी शहर में अब कैसे वह अपने पति का अंतिम संस्कार करेगी। इस महिला का पति कोलकाता निवासी एक मजदूर था और जब उसका पति रोज कमाकर जब लाता था तब घर में खाना बनता था। अब न तो उसका पति रहा और नही कोई जमा पूंजी थी, जिससे वह अपने पति का अंतिम संस्कार कर सके और अब एक अजनबी शहर में विपत्तियों के पहाड़ के नीचे दबी महिला की सुनने वाला कोई नहीं थी।
जानकारी के मुताबिक रविवार को कोलकाता निवासी मामू अपनी पत्नी के साथ जोधपुर जा रहे थे। मामू मजदूरी का काम करते थे। रास्ते में मामू की तबीयत बहुत खराब हो गई तो वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर लोगों ने दोनों को उतार दिया। यहां से पत्नी किसी तरह अपने बीमार पति को लेकर अस्पताल पहुंची। जहां कुछ देर बाद पति की मौत हो गई, लेकिन जब इस महिला के लिए सारे रास्ते बंद हो गए तो अमन ने फेसबुक का सहारा लेकर महिला के पति का अंतिम संस्कार में पूरी मदद की।