अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी नौकरी और कर्ज दिलाने के नाम पर लोगों को ठग रहे थे। उनके पास से 15 मोबाइल फोन और तीन लैपटॉप बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार उन्हें सूचना मिली थी कि सेक्टर 49 स्थित स्पेज आईटी पार्क के एक कार्यालय में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है, जिसमें नौकरी और कर्ज दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है।
उसने बताया कि साइबर अपराध दक्षिण पुलिस थाने की टीम ने शनिवार रात को छापेमारी की, इस दौरान कॉल सेंटर के संचालक दूरसंचार विभाग का कोई वैध लाइसेंस या अपने काम से संबंधित कोई अन्य समझौता दिखाने में विफल रहे। पुलिस ने बताया कि कॉल सेंटर से 15 महिलाओं सहित 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान फैजल, फुजैल, प्रीति, सर्वजीत, आंचल, सानिया, मुस्कान, अनीता, अंजलि, शिवानी, मनीषा, रीना, काजल, अंजली सिंह, राधा, अनुष्का और प्रिया के रूप में हुई है। उसने कहा कि पूछताछ में पता चला कि फैजल 'टीम लीडर' है। इस कॉल सेंटर के जरिए ये लोग 'फाइनेंस कंपनी' के नाम पर नौकरी और कर्ज दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।
पुलिस ने बताया कि 15 महिलाओं को लोगों को फोन करके नौकरी और कर्ज दिलाने का प्रलोभन देने का काम सौंपा गया था। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) साइबर प्रियांशु दीवान ने कहा, उन्हें धोखाधड़ी करने के लिए 10,000 से 20,000 रुपए का वेतन और ठगी गई राशि का दो प्रतिशत 'कमीशन' मिलता था।