पुलिस ने बताया कि रूपाली रामकृष्ण पवार जालंधर स्थित एक कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए पिता द्वारा एक लाख रुपए नहीं जुटा पाने को लेकर निराश थी। किसान रामकृष्ण पवार पैसे जुटाने के लिए अपने खेत बेचने के लिए भी तैयार थे, लेकिन उन्हें इच्छित मूल्य नहीं मिल पा रहा था।