राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं और दुर्दशा को समाप्त करने के प्रति वाकई गम्भीर है, तो उसे इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने होंगे, वरना उत्तर प्रदेश में भी मध्य प्रदेश के मंदसौर जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।
दीक्षित ने यह भी कहा कि देश के किसानों का भला तब तक नहीं हो सकता, जब तक उनके कल्याण की योजनाएं वातानुकूलित कमरों तक ही सीमित रहेंगी। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा महज नारा बनकर रह गया है। आने वाली मुसीबत को खत्म करने के लिये जरूरी है कि किसानों की समस्याओं का हल मुस्तैदी से हो। (भाषा)