भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने बताया, 'मैंने (कास्त्रो के निधन) की दुखद खबर सुनी। वह साम्राज्वाद विरोधी आंदोलन के महानतम नेताओं में से, खास कर तीसरी दुनिया के नेताओं में से एक थे। वह साम्राज्यवाद के सामने अडिग रहे और उसके आक्रमण का मुकाबला किया।'