इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है और जीजेएम समर्थकों का कहना है कि आग पुलिस ने लगाई है जबकि राज्य के पयर्टन मंत्री गौतम देब का कहना है कि सबूतों को मिटाने के लिए गुरंग समर्थकों ने इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। (वार्ता)