उन्होंने कहा कि प्रभागीय वन अधिकारियों और वन रेंजरों को आग लगने वाले स्थानों पर तुरंत पहुंचने और जल्दी से जल्दी लपटों पर काबू पाने को कहा गया है। बडकोट के प्रभागीय वन अधिकारी डीके सिंह और पुरोला के प्रभागीय वन अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि वनाग्नि को बुझाने के लिए धन और उपकरणों की कोई कमी नहीं है और आग को जल्दी ही बुझा लिया जाएगा।
मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से उत्तराखंड भीषण गर्मी से जूझ रहा है और ज्यादातर जगहों पर तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है। इस साल फरवरी में शुरू हुए 'फायर सीजन' में उत्तराखंड में वनाग्नि की 1,857 घटनाओं में 4,048 हैक्टेयर जंगल नष्ट हो गया था।