साध्वी तृप्ता सरस्वती एवं साध्वी सुखजीत सरस्वती ने अपने को पावन धाम आश्रम के ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश महाराज की शिष्या बताया। दोनों ने कहा कि उनके गुरु ने उनके नाम गीता भवन और पावन धाम समेत अन्य आश्रमों की वसीयत की थी। इसको अब जहां स्वामी चिन्मयानन्द खुर्दबुर्द करना चाह रहे हैं, वहीं वे आश्रमों पर कब्जा करना चाहते हैं।
साध्वी तृप्ता सरस्वती ने कहा कि स्वामी चिन्मयानंद पहले से ही कई विवादों में फंसे हुए हैं। कुछ समय पूर्व इनका एक वीडियो वायरल हुआ, तब से इनका नाम 'मसाज बाबा' के रूप में विख्यात हो गया है। अब यह ट्रस्ट की संपत्ति को बेचने और इसे खुर्दबुर्द करने जा रहे हैं। हमने इनकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की भी लेकिन ये लोग कोई बात सुनने को तैयार नहीं हैं।