एसएचओ गौरव फोगाट ने बताया, मृतक बच्ची के पिता ने शुक्रवार को सुशांत लोक पुलिस थाने में शिकायत दाखिल की। उन्होंने कहा, लेकिन हमने अभी कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है क्योंकि मामले की शुरुआती जांच की जा रही है। हम एक सरकारी समिति की ओर से मामले पर सौंपी जाने वाली जांच रिपोर्ट की आधिकारिक प्रति का इंतजार कर रहे हैं।
जयंत का कहना है कि अस्पताल ने उनकी बेटी के इलाज के दौरान आपराधिक लापरवाही बरती। उन्होंने फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष, फोर्टिस हेल्थकेयर के कार्यकारी उपाध्यक्ष और 9 डॉक्टरों सहित 18 लोगों को अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया।
जयंत ने शिकायत में यह आरोप भी लगाया कि अस्पताल ने इलाज से जुड़े अहम दस्तावेजों में माता-पिता के दस्तखत में फर्जीवाड़ा किया। बहरहाल, फोर्टिस हेल्थकेयर ने कहा कि उसे अब तक औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। (भाषा)