दार्जिलिंग अशांत, हालात को काबू करने के लिए सेना बुलाई

गुरुवार, 8 जून 2017 (20:30 IST)
दार्जिलिंग। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के आंदोलनकारियों के उत्पात के बाद पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्र दार्जिलिंग अशांत हो गया है और हालात इतने बिगड़ गए कि उस पर काबू पाने के लिए सेना बुलानी पड़ी। सेना को बुलाने की नौबत तब  जीजेएम के उग्र आंदोलनकारियों ने यहां कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सेना की दो टुकडियां तैनात की गई हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि सैकड़ों जीजेएम कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर बैठक स्थल राजभवन की ओर बढ़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर पथराव किया और कांच की बोतलें फेंकी जिसके कारण, जिसमें एक पुलिस उपाधीक्षक समेत 10 से अधिक पुलिसकर्मी  घायल हो गए। प्रदर्शनकारी दोपहर बाद साढ़े 12 बजे से धरने पर बैठे थे।

यह हिंसा 'भानु भवन' के पास भड़की, जहां जीजेएम के समर्थकों ने गोरखाओं के लिए एक अलग राज्य की मांग के लिए दबाव बनाने हेतु रैली का आयोजन किया था। 
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने दो दर्जन मंत्रियों के साथ कैबिनेट मीटिंग कर रहीं थी और हिंसा वाला स्थान इससे महज 500 मीटर की दूरी पर था। बनर्जी ने 45 साल के बाद दार्जिलिंग में पहली बार कैबिनेट की बैठक की है।
 
इधर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने बंगाली भाषा की पढ़ाई अनिवार्य करने के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। हड़ताल की घोषणा के बाद  ममता बनर्जी ने भी हालात को देखते हुए एक मीटिंग बुलाई है। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने स्थानीय चैनलों का प्रसारण बंद कर दिया गया है। 

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