जीमेल एक्सप्रेस किताब का लोकार्पण

यौन-शोषण जेंडर बायस्ड नहीं और इससे स्त्री और पुरुष दोनों को बराबर का खतरा है। इस तथ्य के प्रति सजग करता हाल ही में प्रकाशित अलका सिन्हा का उपन्यास ‘जी-मेल एक्सप्रेस’ इन दिनों चर्चा में है।

 
यह उपन्यास आगाह करता है कि हम अपनी बेटियों को तो आपत्तिजनक व्यवहार के प्रति सावधान करते हैं मगर बेटों को नहीं, जबकि दूसरी ओर आज के समय में विदेशी ढर्रे पर आधारित पुरुष वेश्यावृत्ति का धंधा अपने देश में भी खासा जोर पकड़ चुका है। यही समय है कि हम इस ओर पर्याप्त ध्यान दें, वरना भयंकर परिणाम भुगतने होंगे। 
 
चर्चित कवयित्री-कथाकार अलका सिन्हा के उपन्यास ‘जी-मेल एक्सप्रेस’ (किताबघर प्रकाशन से प्रकाशित) का लोकार्पण गोवा की गवर्नर साहित्यकार श्रीमती मृदुला सिन्हा के करकमलों द्वारा दिनांक 11/11/2016 को सायं 05:30 बजे रूसी विज्ञान एवं संस्कृति केंद्र, 24 फिरोजशाह रोड, मंडी हाउस के निकट, नई दिल्ली के ऑडिटोरियम (प्रथम तल) पर किया जा रहा है। श्रीमती मृदुला सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में जानी-मानी कथाकार श्रीमती चित्रा मुद्गल मुख्य अतिथि के रूप में इस उपन्यास पर अपने विचार व्यक्त करेंगी। 
 
बदलते समय की नब्ज पकड़, समाज को जागरूक करने के लिए प्रतिष्ठित, महत्वपूर्ण लेखिका सुश्री वर्तिका नंदा, खरी-खरी बात कहने के लिए प्रसिद्ध, आलोचक श्री दिनेश कुमार तथा प्रसिद्ध चिंतक-विद्वान प्रो. राजेन्द्र गौतम अपने मूल्यवान विचारों से इस कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे। इस विचारोत्तेजक कार्यक्रम का संचालन शोधपरक पत्रिका ‘सामयिक मीमांसा’ के ओजस्वी संपादक श्री विजय कुमार मिश्र करेंगे। 

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