गुजरात की मॉडल ने फेसबुक पर लगाई खुद की बोली

शनिवार, 29 नवंबर 2014 (08:27 IST)
वडोदरा। गुजरात की एक मॉडल ने मजबूरी और नाउम्मीदी के चलते जिस्म बेचने का रास्ता अपनाते हुए फेसबुक पर लगाई खुद को बेचने की बोली। उनके पोस्ट से साफ है कि ये कदम उन्होंने बहुत मजबूरी और नाउम्मीदी में उठाया है।
दरअसल वडोदरा की एक लड़की ने गरीबी से तंग आकर फेसबुक पर पोस्ट कर डाला कि मैं बिकाऊ हूं और जो भी मुझे खरीदना चाहता है फोन के जरिए संपर्क कर सकता है।
 
उन्होंने लिखा है कि, 'मैं बिकाऊ हूं अपने मां-बाप के लिए। मां को लकवा मार गया है और पिता का पैर टूट गया है। मुझे घर भी चलाना है और मां-बाप की सेवा में भी मौजूद रहना है।'
 
इसके आगे उन्होंने लिखा कि, 'मेरा कोई सहारा नहीं है। भारत की इस बेटी के पास अब एक ही चीज बची है खुद को बेच देना। तो जो भी मुझे खरीदना चाहें वह संपर्क करें।'
 
उन्होंने फेसबुक पर अपना नंबर भी शेयर किया है। उनकी इस पोस्ट को कुछ लोगों ने शेयर भी किया है। इस पर कुछ कमेंट भी हैं और लोग उन्हें ऐसा करने से मना कर रहे हैं।
 
लड़की के इस पोस्ट से हड़कंप मच गया। लड़की गुजराती फिल्मों में एक्टिंग और मॉडलिंग करती है लेकिन अपने मौजूदा हालात से तंग आकर उसने ऐसा कदम उठाया।
 
लड़की से इस बारे बात की गई तो उसने कहा कि वो जब भी किसी से मदद मांगने जाती थी तो लोग उसके जिस्म के बारे में ही पूछते थे। आखिर तंग आकर मैंने पैसों के लिए अपनी इज्जत दांव पर लगा दी। गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल जब इस केस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।
 
अगले पन्ने पर पढ़िए कौन है ये मॉडल... 
 

गुजरात के वड़ोदरा की रहने वाली चांदनी राजगौर नाम की इस लड़की की कहानी बहुत दुखभरी है। चांदनी की मां को कुछ वक्त पहले लकवा मार गया था और तभी से वो बिस्तर पर हैं। चांदनी और उनके पिता जैसे तैसे घर की गाड़ी को चला रहे थे लेकिन एक दिन पिता भी सीढ़ियों से गिर कर घायल हो गए।
 
मां-बाप के इलाज और देखरेख के लिए चांदनी को काम छोड़ना पड़ा और फिर एक-एक करके सारे पैसे खत्म हो गए। उन्होंने लोगों से मदद मांगी लेकिन उनके हाथ निराशा के सिवाय कुछ ना आया।
 
दुनिया के इस रूप को चांदनी ने पहले कभी नहीं देखा था। थक-हार कर चांदनी ने जो फैसला किया उससे वह खुद भी सहमत नहीं हैं लेकिन उनके मुताबिक और कोई रास्ता नहीं बचा था।
 
चांदनी पेशे से मॉडल हैं और कुछ छोटे मोटे प्रोजेक्ट भी उन्होंने किए हैं। चांदनी के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वह हर बार बंद ही मिला।

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