इसी द्रोणागिरि पर्वत पर बसा है द्रोणागिरि गांव। इस गांव के लोग हनुमानजी से नाराज हैं। यहां रहने वाले लोग हनुमान जी से सिर्फ इसलिए नाराज नहीं हैं, क्योंकि हनुमानजी ने उनकी संजीवनी बूटी चुरा ली थी, बल्कि इसके और भी कई कारण हैं। ग्रामीणों के मुताबिक जिस वक्त हनुमानजी संजीवनी बूटी लेने आए थे, तब उनके पहाड़ देवता ध्यान मुद्रा में थे।