Haridwar News : सोशल मीडिया की खुमारी कुछ युवा वर्ग के सिर चढ़कर बोल रही है। देखा जा रहा है कि रील बनाने का नशा बच्चों, महिलाओं और बुजुर्ग सभी पर चढ़ रहा है। ऐसे में लोग रील के लिए तरह-तरह के करतब कर रहे है। जिसके चलते वह कई बार मुसीबत में भी फंस जाते है और उनकी जान पर भी बन पड़ती है। ताजा मामला देवभूमि में देखने के लिए मिला है, जहां भिखारी बनकर वीडियो बनाते हुए कुछ लोग जेल जाने से बच गए।
हरिद्वार के पुराना रानीमोड़ के पास दो युवा और दो किशोरियां बदहाल फटे कपड़ों में दुकानों से भीख मांग रहे थे, भीख में उन लोगों को अच्छे खासे पैसे भी मिले। स्थानीय लोगों को भीख मांगने वाले लड़का और लड़कियों की गतिविधियां संदिग्ध लगी, जिसके चलते वहां लोग जमा हुए लोगों ने हंगामा किया।
लोगों का कहना था कि यह युवा भीख मांगने की रील बनाकर सोशल मीडिया पर डालने का प्रयास कर रहे है, जिससे इनके परिवार की इज्ज़त पर ग्रहण लगेगा और समाज का माहौल खराब हो जायेगा। हंगामे की सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन वह मौके पर नही पहुंची। भीख मांगने वाले युवाओं ने खुद को एक्टिंग स्कूल का छात्र बताया है।
हरिद्वार पुराना रानीमोड़ के पास युवा और किशोरियों द्वारा दुकान पर भीख मांगते हुए मोबाइल पर वीडियो शूट किया जा रहा था। वहां मौजूद लोगों को तह नजारा अच्छा नही लगा, संदेह के चलते भीख मांगने वालों से स्थानीय लोगों ने पूछताछ शुरू कर दी।
पता पूछने पर भिखारियों की वेशभूषा धारण करने वालों ने बताया कि वह हर की पैड़ी पर रहते है, मां-पिता का सही नाम और जानकारी ना दे पाने पर लोगों ने हंगामा शुरू करके पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर पुलिस नहीं पहुंची।
इसी बीच वहीं भीख मांगने वाले युवाओं को घिरता हुआ देखकर जुल्फिकार टाइगर नाम का शख्स सामने आया और उसने बताया कि वह एक्टिंग स्कूल चलाता है। भीख मांगने वाले उसके छात्र है, जिनको अभिनय सिखाया जा रहा था, अभिनय का विषय 'भीखारी' था। जिसमें छात्रों को भीख मांगने की एक्टिंग के लिए प्रेक्टिकल के तौर पर भीख मांगने का सीन क्रियेट किया जा रहा था। ऐसा करके वह अभिनय में उनके हाव-भाव का निरीक्षण करना उद्देश्य था।
हरिद्वार के जिन दुकानदारों ने इन कथित भिखारी छात्रों को भीख दी थी, उन्होंने इसका विरोध किया, खुद को घिरता देखकर भीख मांगने वाले लोगों ने माफी और पैसा वापस करके अपना पीछा छुड़ाया।
वहीं लोगों का कहना है कि इस तरह से भीख मांगना गलत है, यदि यह वास्तव में छात्र है और अभिनय के परीक्षण के लिए वीडियो शूट हो रहा था तो उनको पुलिस से परमिशन लेनी चाहिए थी, साथ ही दुकानदारों को विश्वास में लेना चाहिए था। अगर यह सभ्य समाज के बच्चे है और उनका इस तरह का वीडियो समाज में वायरल होगा तो उनके माता-पिता की क्या इज्ज़त रह जायेंगी।