विभाग के मुताबिक मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो, तब उसे लू घोषित किया जाता है। वहीं, सामान्य तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाने पर प्रचंड लू की घोषणा की जाती है।
श्रीवास्तव ने कहा कि 31 मार्च, 1945 के बाद से यह मार्च में सबसे गर्म दिन था, जब राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
भारत मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि नजफगढ़, नरेला, पीतमपुरा और पूसा में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस, 41.7 डिग्री सेल्सियस, 41.6 डिग्री सेल्सियस और 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। (भाषा)