राज्य के वाणिज्य एवं आपदा प्रबंधक मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने बताया कि पिछले 24 घंटों में बारिश के कारण पांच लोगों की मौत हुई है। इनमें से तिरुवन्नामलाई में दो और अरियालपुर, डिंडिगुल और शिवगंगा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि बारिश से संबंधित घटनाओं में 152 मवेशी मारे गए हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में 44 झोपड़ियां पूरी तरह नष्ट हो गई हैं, जबकि 637 झोपड़ियां आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। साथ ही 120 मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। राज्य के 9000 लोगों को डिंडिगुल, कांचीपुरम, पेरम्बलूर, पुडुकोट्टाई, रानीपेट, तिरुपत्तुर, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर और तूतीकोरिन जिलों में स्थित 109 राहत शिविरों में रखा गया है।
चेन्नई शहर में 620 लोगों को पांच राहत शिविरों में रखा गया है, जहां उन्हें भोजन और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के 37 जिलों में भारी बारिश हुई है। अक्टूबर में उत्तर पूर्व मानसून के सक्रिय होने के बाद से राज्य में 580.84 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि आमतौर पर होने वाली 341.33 मिमी बारिश से 70 फीसदी ज्यादा है।
गुरुवार शाम थूथुकुड़ी और तिरुचेंदुर में भारी बारिश दर्ज की गई, जिसके प्रभाव से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। थूथुकुड़ी के कायालपाट्टिनम में पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक 31 सेमी बारिश हुई। इस मौसम में एक दिन में हुई बारिश का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।(वार्ता)