मालेगांव जांच में भागवत को फंसाने की थी कांग्रेस की साजिश, चिदंबरम से हो पूछताछ

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 1 अगस्त 2025 (16:34 IST)
Malegaon incident: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा (Himanta Biswa Sarma) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मालेगांव विस्फोट मामले की जांच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को फंसाने की कांग्रेस की साजिश थी। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शर्मा ने आरोप लगाया कि यह तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा किया गया राजनीतिक षड्यंत्र था।ALSO READ: Malegaon Blast : मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपियों के बरी होने पर क्‍या बोले योगी आदित्‍यनाथ
 
उन्होंने दावा किया कि यह एक ज्ञात साजिश है कि कांग्रेस भागवत को इस मामले में फंसाना चाहती थी, लेकिन कल अदालत के फैसले (जिसमें सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया) ने पार्टी को बेनकाब कर दिया है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पूरी योजना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिन्दू धर्म को बदनाम करने की थी।ALSO READ: मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बरी होने पर रोई उमा भारती, कहा दिग्विजय ने रची भगवा आतंकवाद की झूठी थ्योरी

उन्होंने कहा कि कल के फैसले के बाद मेरा आकलन है कि अब चिदंबरम से पूछताछ होनी चाहिए। शर्मा ने कहा कि उनसे (चिदंबरम) पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने हिन्दू समाज को आतंक के जाल में फंसाने की कोशिश क्यों की? लोगों को भी उनसे यह सवाल पूछना चाहिए।
 
मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर मालेगांव शहर में 29 सितंबर 2008 को एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल में लगाए गए विस्फोटक उपकरण में विस्फोट होने से 6 लोगों की मौत हो गई थी और 101 अन्य लोग घायल हो गए थे। विशेष अदालत ने मामले में सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया और कहा कि उनके खिलाफ कोई विश्वसनीय और ठोस सबूत नहीं है। अदालत ने कहा कि कोई भी धर्म हिंसा नहीं सिखाता है। उसने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन अदालत सिर्फ धारणा के आधार पर दोषी नहीं ठहरा सकती।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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