मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि पुलिस को खोपड़ी मिली है और इसे पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। त्रिपुरा राज्य राइफल्स (टीएसआर) के गोताखोरों ने यह पता लगाने के लिए तालाब में तलाश की कि वहां और मानव अवशेष तो नहीं हैं, लेकिन उन्हें कुछ और नहीं बरामद हुआ।
स्थानीय पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी बाबुल दास ने बताया कि इस संबंध में एक मामला दर्ज कर लिया गया है। हम पूरे गोमती जिले में लापता लोगों की सूची खंगाल रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
मंदिर के प्रबंधक माणिक दत्ता ने बताया कि कल्याण सागर के पानी का अगले 45 दिन तक इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, क्योंकि खोपड़ी मिलने के बाद यह अपवित्र हो गया है। हमें कल्याण सागर को फिर से पवित्र करने के लिए 45 दिन बाद पूजा करनी होगी।