नई दिल्ली। बाहरी दिल्ली के नरेला में अवैध शराब के गिरोह का भांडफोड़ करने में दिल्ली महिला आयोग की मदद करने वाली महिला की इलाके की ही अन्य औरतों ने कथित रूप से पिटाई की और उसके कपड़े फाड़ दिए। ये महिलाएं अवैध शराब बेचने में शामिल बताई जाती हैं।
पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। घटना को ‘हैरान करने वाला और शर्मनाक’ करार देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज उपराज्यपाल अनिल बैजल से मामले में दखल देने और उन स्थानीय पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया, जिन्होंने गिरोह चलाने वालों से कथित रूप से सांठगाठ की है। पुलिस ने घटना में शामिल महिलाओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि कल रात नरेला में निरीक्षण के दौरान आयोग को अवैध रूप से शराब बेचे जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद उस पर 25 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने लोहे की छड़ों से आज हमला किया।
स्वाति ने बताया कि उसके कपड़ों को फाड़ दिया गया और इलाके में उसे निर्वस्त्र घुमाया गया और पूरी घटना को शूट कर लिया गया और वीडियो को इन अपराधियों द्वारा इलाके में साझा किया गया। स्वाति ने कहा कि घटना क्षेत्र में पूरी अराजकता और कानून के प्रति कोई डर नहीं होने को साबित करती है और यह हैरान करने वाला है कि पुलिस ने महिला की रक्षा के लिए कोई कार्रवाई नहीं की।
स्वाति ने अपने टि्वटर पर एक वीडियो साझा की है, जिसमें पीड़िता आरोप लगा रही है कि शराब माफिया के खिलाफ आवाज नहीं उठाने के लिए उसे धमकी दी गई है। पीड़िता ने वीडियो में सिसकियां भरते हुए कहा, मुझे खींचा गया और कपड़े फाड़ दिए गए। एक पुलिसकर्मी ने उन्हें ऐसा अमानवीय व्यवहार करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन उसे भी पीटा गया।
उन्होंने यह भी कहा कि वे ऐसा ही स्वाति और अन्य महिलाओं के साथ करेंगे, जो उनके कृत्य का विरोध करेंगे। स्वाति ने रोहिणी जिले के उपायुक्त को समन भेजकर महिला आयोग के समक्ष पेश होने, कार्रवाई रिपोर्ट जमा करने और महिला पर हमले को लेकर दर्ज की गई प्राथमिकी का विवरण लाने को कहा।
रोहिणी के पुलिस उपायुक्त रजनीश गुप्ता ने कहा कि महिला की पिटाई की गई है और उसके कपड़ों को थोड़ा फाड़ा गया है, लेकिन निर्वस्त्र परेड कराने की बात से इनकार किया है। (भाषा)