जनरल रावत ने घाटी में पिछले सफल सैन्य अभियानों का उदाहरण देकर सेना का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि घाटी में आतंकवादियों को कामयाब नहीं होने देना है। सेना प्रमुख आज सुबह यहां पहुंचे। उन्हें चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधू ने नियंत्रण रेखा और अंदरुनी इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सेनाध्यक्ष ने बाद में एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की, जिसमें चिनार कोर के कमांडर, मुख्य सचिव और राज्य के पुलिस महानिदेशक के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उच्च अधिकारियों से बातचीत में जनरल रावत ने निर्दोष अमरनाथ यात्रियों पर हमले की कायराना हरकत की निंदा करते हुए संकेत दिया कि सुरक्षाबल इस चुनौती का डटकर सामना करेंगे।
राज्यपाल की अध्यक्षता में 15 मई और 22 जून को सम्पन्न हुई यात्रा सुरक्षा समीक्षा बैठक में जिन बातों पर सहमति बनी थी, उसके बाद सुरक्षा में क्या चूक हुई, इस पर विस्तृत चर्चा हुई। राज्यपाल ने सभी सेना प्रमुखों को गंभीरता से समीक्षा करने का निर्देश दिया।