जम्मू-कश्मीर का पूर्ण एकीकरण जरूरी: अमित शाह

शुक्रवार, 21 नवंबर 2014 (10:32 IST)
रामबन। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के पार्टी के मुद्दे को सीधे तौर पर उठाने की बजाय कहा कि केवल भाजपा ही राज्य का देश के बाकी हिस्से के साथ ‘पूर्ण एकीकरण’ कर सकती है।
 
शाह ने रामबन में गुरुवार को भाजपा उम्मीदवार नीलम लंगेह के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘जहां तक जम्मू-कश्मीर राज्य का देश के साथ पूर्ण एकीकरण का सवाल है तो ये चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। केवल भाजपा ही इसे साकार कर सकती है।’
 
विचार तो करें : भाजपा के लिए अनुच्छेद 370 को हटाना महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक रहा है। नरेन्द्र मोदी ने राज्य की जनता से अपील की थी कि कम से कम इस मुद्दे पर राज्य के लोग विचार तो करें। यह तो सोचे कि इससे राज्य का नुकसान हुआ है या फायदा।
 
हालांकि भाजपा वर्तमान चुनाव में इस मुद्दे पर अधिक जोर नहीं दे रही है। भाजपा और संघ परिवार ने हमेशा ही कहा है कि जम्मू-कश्मीर का देश के साथ ‘पूर्ण एकीकरण’ तभी हो सकता है जब संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया जाए।
 
शाह ने चेनाब घाटी के लोगों को संबोधित करते हुए, ‘राज्य का देश के बाकी हिस्से के साथ पूर्ण एकीकरण करने’ के सपने को साकार करने के लिए उनसे समर्थन मांगा। शाह ने कहा, ‘हम जम्मू कश्मीर का देश के बाकी हिस्से के साथ पूर्ण एकीकरण चाहते हैं और राज्य के लोगों को इस सपने को साकार करने में हमारी मदद करनी होगी।’
 
उन्होंने पिछले छह दशकों के दौरान जम्मू-कश्मीर में ‘विकास की कमी’ के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए राज्य में धनराशि के इस्तेमाल की जांच की मांग की।
 
शाह ने राज्य के लोगों से पार्टी के मिशन 44 प्लस को प्राप्त करने में मदद की अपील करते हुए कहा कि यदि राज्य के लोग विकास, अच्छा शासन और रोजगार चाहते हैं तो उन्हें भाजपा को वोट करना चाहिए।
 
उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने इस राज्य के विकास और जनता के दरवाजे तक विकास लाने का सपना देखा है और आपको विधानसभा में हमारे मिशन 44प्लस को हासिल करने में मदद करनी है।’ भाजपा ने 87 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम 44 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। (भाषा) 

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