बरामद माल की कीमत एक करोड़ 50 लाख रुपए आंकी गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस डकैती में शामिल चार आरोपियों को कल शाम गिरफ्तार किया गया। इस मामले में आरोपियों की सघन खोज में लगी पुलिस और स्वाट टीम को सूचना मिली कि सर्राफा व्यापारी पवन अग्रवाल के घर लूट को अंजाम देने वाले आरोपी अंजनी माता मंदिर के पास कब्रिस्तान के अंदर माल का बंटवारा कर रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और कब्रिस्तान में माल का बंटवारा करते हुए संदीप कुशवाहा, आशीष साहू, शिवम साहू और अनुज राय को गिरफ्तार किया। इनके पास से 5 किलो 400 ग्राम सोने और 230 ग्राम चांदी के आभूषण भी बरामद किए गए। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोतवाली लाया गया जहां कड़ाई से की गई पूछताछ में संदीप ने बताया कि 19 दिसंबर को लूट को अंजाम देने के बाद पवन अग्रवाल के यहां पहले नौकर रह चुका कृष्णा और वे साथ-साथ भागे थे। पकड़े जाने के डर से वे इंदौर और दिल्ली आदि जगहों पर छुपते रहे। माल को हड़पने और मामले के खुलने पर अपना नाम सामने नहीं आने के मकसद से संदीप ने अपने साथी विक्की लखेरा के साथ मिलकर कृष्णा की मेरठ के पास हत्या कर दी थी।
इसके पहले पुलिस ने 4 और 7 जनवरी को विक्की राय और रामकृपाल और शिवम सूजे को गिरफ्तार किया था। उनके पास से एक तमंचा, दो कारतूस लूट के 71 हजार रुपए और साढे चार लाख रुपए कीमत के आभूषण बरामद किए थे। इस मामले की छानबीन में लगी पुलिस को जांच के दौरान लूट में संदीप कुशवाहा और आशीष साहू के भी शामिल होने की जानकारी मिली थी। (वार्ता)