उप्र के कई गांव बन चुके हैं कैराना:- गिरिराज

शुक्रवार, 24 जून 2016 (15:28 IST)
भाजपा के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई गांव कैराना बन चुके हैं। मथुरा के जवाहरबाग प्रकरण को उन्होंने सरकारी संरक्षण में चला आतंक बताया।
 
वेटरिनरी विवि में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग राज्यमंत्री गिरिराज सिह ने पत्रकारों से कहा कि उप्र में गौवध बड़ी समस्या है। दादरी में गौवंश के मांस होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि एक पक्ष पर रिपोर्ट आने से पहले ही करोड़ों रुपये लुटा दिए गए।
 
मथुरा के जवाहरबाग प्रकरण पर कहा कि यहां की वारदात और एसपी सिटी की हत्या से देशभर में उप्र की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। जवाहरबाग में तो सरकारी संरक्षण में आतंक चला था।
 
मंत्री ने कहा कि जनसंख्या संतुलन रोकना आज की जरूरत है। इसी के कारण देश में तमाम समस्याएं पैदा हो रही हैं, तो विकास भी पिछड़ता है। सपा सरकार को अपराधियों का नेतृत्वकर्ता और अंसारी को अपराधियों का सरगना बताते हुए उनकी पार्टी के सपा में विलय पर कटाक्ष किया।
 
संतों ने भी पलायन पर भरी हामी : भाजपा सांसद हुकुम ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से भेजी गई संतों की टीम समेत विभिन्न जांच दलों ने माना है कि कैराना में भय का वातावरण है और यहां पलायन हुआ है। उन्होंने तंज कसा कि संतों का काम किसी राजनैतिक दल के लिए रिपोर्ट तैयार करना नहीं है। इससे उनके संतत्व पर सवाल उठ रहा है।
 
गुरुवार को नगरपालिका सभागार में सांसद हुकुम सिंह ने पत्रकारों से कहा कि मानवाधिकार आयोग की टीम ने कैराना के 346 परिवारों के पलायन की जांच की है। इसकी रिपोर्ट गुरुवार को केंद्र सरकार को सौंप दी जाएगी। कहा कि जिला प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में तीन परिवार, जबकि संतों ने 130 परिवारों का पलायन माना है। इससे इतर माकपा, आरजेडी, जदयू, कांग्रेस सभी दलों ने माना कि कैराना में भय का माहौल है।
 
सांसद ने कहा कि कैराना में भय फैलाने वाले बदमाश किस वर्ग से हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। संतों की जांच पर संदेह जताते हुए कहा कि मानवाधिकार आयोग ने तीन दिन जांच में लगाए, लेकिन संत डेढ़ घंटे में ही जांच कैसे करके गए? यह समझ से परे है।

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