नई दिल्ली। दिल्ली सरकार से बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने काफी पहले पार्टी से निकाल दिए गए दो बड़े नेताओं प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने पार्टी में पनप रही तानाशाही के खिलाफ जो आवाज उठाई थी, उस पर गौर नहीं करके उन्होंने बहुत बड़ी गलती की।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके चार-पांच खास करीबी नेताओं पर फिर तीखा हमला करते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि पार्टी को इन लोगों ने हाईजैक कर रखा है। उन्होंने इस मौके पर प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव से माफी मांगते हुए कहा कि मैं शर्मिंदा हूं, आप लोगों की बात पर समय रहते ध्यान नहीं दिया, यह बड़ी गलती हो गई।
कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि आशुतोष और संजय सिंह के रूस दौरे को शीतल सिंह नामक एक व्यक्ति द्वारा प्रायोजित किया गया था। उन्होंने इस शख्स को केजरीवाल द्वारा संरक्षण दिए जाने की बात की और कहा कि केजरीवाल को यह बताना चाहिए कि वह इस व्यक्ति को जानते है या नहीं। उन्हें यह मालूम है कि नहीं कि यह व्यक्ति हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट का कारोबार करता है।
आम आदमी पार्टी की दिल्ली में बनी पहली सरकार के शासनकाल में ही इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ तो फिर क्या वजह रही कि दूसरी बार आप की सरकार बनने पर भी शीतल की कंपनी को दिए ठेके रद्द नहीं किए गए। यह शीतल ही है जो आप के नेताओं को विदेश की सैर करा रहा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि घोटाले में शामिल कंपनियों से जुड़े कई लोग हवाला कारोबार में भी संलिप्त हैं।