समिति ने निजी और सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान को देखते हुए 80 तालुका को बाढ़ प्रभावित घोषित करने का फैसला लिया। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में बाढ़ से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लाख 60 हजार से भी ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं जिन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। राज्य में 2 लाख 69 हजार हैक्टेयर से अधिक कृषि भूमि में फैली फसलें भी बाढ़ के पानी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। (वार्ता)