श्रीनगर। कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादियों के बीच गठजोड़ के बीच आतंकवादी कमांडर जाकिर मूसा के ऑडियो संदेश और उसके हिजबुल मुजाहिद्दीन से अलग होने के बाद विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कश्मीरी जिहादी अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक और यासिन मलिक ने रविवार को राजनीतिक एकता बनाए रखने की अपील की।
गिलानी, मीरवाइज और मलिक ने यहां एक संयुक्त बयान में कहा कि सभी राजनीतिक और आतंकी संगठनों को दृष्टिकोण और ईमानदारी के साथ आजादी संघर्ष का पालन करना चाहिए और एकजुटता कायम रखनी चाहिए। यह समय एकजुट रहने और सभी संबंधित धड़ों के बीच दृढ़ता और एकता की भावना के साथ इच्छित लक्ष्य का पालन करने का है। अलगाववादियों ने कहा कि संघर्ष महत्वपूर्ण चरण में है और लोगों को सावधान रहना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि ये सभी नेता छद्मरूप से आतंकवादियों का सहयोग लेते रहे और समर्थन करते रहे हैं, जो कश्मीर के भविष्य को आजादी के नाम पर बर्बादी की राह पर ले जाना चाहते हैं। पाकिस्तान द्वारा समर्थित इन अलगाववादियों ने फसाद, अलगाव और आतंक के दम पर पहले कश्मीरी पंडितों को घर से बेघर किया और अब ये सेना के खिलाफ प्रदर्शन के लिए युवाओं को उकसाकर कश्मीर के भविष्य को अंधकार में धकेल रहे हैं।