रुथ प्रभु ने पेशीशोथ (मायोसिटिस) की बीमारी से पीड़ित होने पर खुलकर बात थी और इस दुर्लभ बीमारी से राहत के लिए हाल ही में हाइड्रोजन पेरॉक्साइड नेबुलाइजेशन के लाभों के बारे में बताया था। हालांकि सोशल मीडिया मंच पर 'द लिवल डॉक' नाम से मौजूद डॉ. एबी फिलिप्स ने अपने प्रशंसकों के साथ गलत जानकारी साझा करने के लिए अभिनेत्री की आलोचना की थी। डॉ. फिलिप्स के एक्सप्रोफाइल के मुताबिक वे एक हेपेटोलॉजिस्ट हैं और उनके 2.5 लाख से ज्यादा अनुसरणकर्ता हैं।
रूथ प्रभु ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक लंबे पोस्ट में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने अति दक्ष स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा दी गई सलाह के अनुसार कई अलग-अलग प्रकार के चिकित्सा उपचारों का सहारा लिया है और वे हमेशा काम नहीं आए। अभिनेत्री को इंस्टाग्राम पर 3.53 करोड़ लोग अनुसरण करते हैं।
अभिनेत्री ने लिखा कि इसने उन्हें वैकल्पिक उपचारों और चिकित्साओं के बारे में जानने को प्रेरित किया और उन्होंने जो कुछ भी सोशल मीडिया पर साझा किया, वे अच्छे इरादों से किया गया था और एक उच्च योग्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा सुझाया गया था, जो एमडी हैं और 25 वर्षों से डीआरडीओ में सेवा दे रहे हैं।
अभिनेत्री (37) ने लिखा कि उनकी बात दयालुता और करुणा से युक्त होती अगर वे अपने शब्दों में इतने उत्तेजक नहीं होते, खासकर उस हिस्से में जहां उन्होंने सुझाव दिया कि मुझे जेल में डाल दिया जाना चाहिए। कोई बात नहीं। मुझे लगता है कि यह एक सेलिब्रिटी होने की वजह से हुआ।
रूथ प्रभु ने 2022 में अपने मायोसिटिस का इलाज कराने का खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि उनका पोस्ट भुगतान आधारित नहीं था लेकिन वे भविष्य में अधिक सतर्क रहेंगी। फिलिप्स ने गुरुवार को हाइड्रोजन पेरॉक्साइड नेबुलाइजेशन के खतरों के बारे में अस्थमा और एलर्जी फाउंडेशन ऑफ अमेरिका के अध्ययन का एक लिंक साझा करके रूथ प्रभु के पोस्ट का जवाब दिया था। उन्होंने रूथ प्रभु को स्वास्थ्य देखभाल की गलत सूचना देने के मामले में आदतन अपराधी करार दिया था।(भाषा)