तिरुवनंतपुरम। केरल ने कहा है कि वह सार्वजनिक खर्च में कटौती नहीं करेगा। केरल के वित्तमंत्री केएन बालगोपाल ने कहा कि ऐसे समय जबकि हम एक सदी के सबसे गंभीर संकट के दौर में हैं, वृहद राजकोषीय लक्ष्यों हासिल करने के लिए सार्वजनिक खर्च में कटौती करना सही कदम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह एक प्रतिगामी कदम साबित होगा जिससे अर्थव्यवस्था और सिकुड़ जाएगी।
बालगोपाल ने साक्षात्कार में कहा कि इस तरह के संकट से बाहर निकलने के लिए कुछ अलग हटकर करने की जरूरत है। केरल के वित्तमंत्री का यह बयान इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि देश के एकमात्र वामदल शासित राज्य की पहचान जनकल्याण के बड़े सुधारों के लिए है। ये सुधार स्कैंडिनेवियाई देशों के मॉडल का मुकाबला कर सकते हैं।
राज्य के बजट में कर का हिस्सा 95,000 करोड़ रुपए से अब 87,000-88,000 करोड़ रुपए रह गया है। उन्होंने कहा कि इस वजह से राज्य का सार्वजनिक ऋण सकल घरेलू उत्पाद के 36 प्रतिशत के पार हो गया है। (भाषा)