उन्होंने बताया, उसने कोई अफसोस जाहिर नहीं किया। पूछताछ के दौरान उसने हमें बताया कि उसने एक फिल्म देखी थी जिसके बाद उसने आसानी से पैसा बनाने के लिए एक योजना बनाई। जब पुलिस लड़के के घर पहुंची तब वह अपने लैपटॉप पर काम कर रहा था। एसपी ने बताया कि बच्ची को पानी की टंकी में डुबाकर मारने के बाद उसने शव को वॉटर कूलर में छिपा दिया था।
एसपी ने बताया कि इस बीच एक पड़ोसी के पास 20 लाख रुपए की फिरौती के लिए एक फोन कॉल आया। जोरवाल ने बताया कि पुलिस ने यह कॉल ट्रेस की और एक मकान में पहुंचे। आरोपी ने यह एहसास होने पर बच्ची को मारने का फैसला किया कि पुलिस सतर्क हो चुकी है और बच्ची शोर मचा सकती है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बच्ची के पिता को लड़के की पृष्ठभूमि और उसके इरादों के बारे में पता नहीं था। (भाषा)