खबरों के अनुसार, कोरोना महामारी के कारण बस मालिकों का कारोबार इस कदर प्रभावित हो गया है कि जिसके पास 20 बसें थीं, अब 2 साल बाद केवल 10 ही बची हैं। कारोबार बहुत ज्यादा मंदा हो जाने के कारण ऐसे ही एक बस मालिक को मजबूरन अपनी बसों को कबाड़ में 45 रुपए प्रति किलो के भाव से बेचना पड़ रहा है।
बस मालिक का कहना है कि चीजें वास्तव में कठिन हो गई हैं। मुझे और मेरे परिवार को स्थिति वास्तव में मुश्किल लग रही है। मेरी सभी बसों पर 44 हजार रुपए का टैक्स है और लगभग 88 हजार रुपए का बीमा है, जिसका भुगतान करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमें बिना किसी कारण के परेशान किया जा रहा है।