आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि प्रयोग के तौर पर सागर में जल संचयन के लिए सिंचाई विभाग को इस परियोजना के लिए 25 लाख रुपए दिए गए हैं, जबकि इसके सफल होने के बाद परियोजना को पूरा करने के लिए बाकी धनराशि दी जाएगी।
महाली सागर का कुल क्षेत्रफल 48.3 हेक्टेयर है जिसमें 16 हेक्टेयर भारतीय और 32.3 हेक्टेयर नेपाली क्षेत्र में स्थित है। अंग्रेजों के समय में सिंचाई विभाग द्वारा बारिश के दौरान नेपाल की पहाड़ियों से आने वाले पानी को सागर में रोककर इसका जमीनदारी नहर प्रणाली की दो नहरों से सिंचाई में इस्तेमाल किया जाता था।