उप्र में आंधी-तूफान ने ली 17 लोगों की जान, 27 घायल

गुरुवार, 10 मई 2018 (20:29 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में एक सप्ताह में दूसरी बार आए आंधी-तूफान जनित हादसों में मरने वालों की संख्या बढकर 17 हो गई है तथा 27 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा 37 पशुधन की हानि हुई है। प्रदेश के आपदा राहत आयुक्त कार्यालय से मिली के अनुसार सबसे ज्यादा जनहानि इटावा जिले में हुई है, जहां एक महिला सहित पांच लोगों की मृत्यु हुई है।

इसके अलावा तीन-तीन लोगों की अलीगढ़ एवं मथुरा में, फिरोजाबाद एवं आगरा में दो-दो तथा कानपुर देहात एवं हाथरस में एक-एक व्यक्ति की आंधी में जान गई है। सूत्रों के मुताबिक मृतकों के परिजनों को शासन की ओर से चार-चार लाख रुपए की राहत राशि कई जिला में उपलब्ध करा दी गई है तथा शेष को भी शीघ्र ही राशि प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह ही आंधी-तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश देते हुए आपदा प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्रियों को अविलम्ब जिले में पहुंचकर पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए कहा है।

उन्होंने प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को राहत और पुनर्वास कार्यों के प्रभावी संचालन के निर्देश देते हुए कहा कि आंधी-तूफान से हुए नुकसान का आंकलन करते हुए क्षतिग्रस्त अवस्थापना सुविधाओं की मरम्मत का कार्य तुरंत प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के कार्य में शिथिलता अथवा उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इटावा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बुधवार देर शाम आई आंधी-तूफान से जसवंतनगर तहसील में एक महिला सहित पांच लोगों की मृत्यु हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को डॉ. भीमराव अंबेडकर संयुक्त चिकित्सालय में दाखिल करा दिया गया है।

इटावा के उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ ने बताया कि जसंवतनगर तहसील में आपदा मे एक महिला समेत पांच लोगों की मौत हो गई है तथा तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मथुरा संवाददाता के अनुसार जिले में तीन लोगों की मौत हुई है। मांट तहसील के नगला मोती खण्ड जरारा में जहां 40 वर्षीय भगवती पुत्र बालकिशन की उस समय मृत्यु हो गई जब उसने आंधी के कारण अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली को ग्राम खजराबांस के पास खड़ा कर दिया था तथा पास में खड़ा हो गया।

अचानक ट्रॉली पलटने से उसकी दबकर मृत्यु हो गई। इसी प्रकार अकबरपुर गांव में 55 वर्षीय शकुंतला पत्नी छैल बिहारी की उस समय मृत्यु हो गई जब वह भैंस चरा रही थी तथा उस पर बिजली का खंभा गिर गया। तीसरी मौत महाबन तहसील के छौली गांव में हुई जहां पर बिजली का खंभा गिरने से 50 वर्षीय मुख्त्यारी देवी पत्नी रामस्वरूप की मौके पर ही मौत हो गई। इस तूफान में आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे जिसमें से चार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। (वार्ता)

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