मायावती ने एक बयान में कहा कि जब से केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है तबसे भाजपा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संकीर्ण, साम्प्रदायिक व कट्टरवादी एजेंडे को किसी-न-किसी रुप में देश के लोगों के ऊपर थोपने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि ताजा विवाद में मुस्लिम पर्सनल ला व तीन तलाक के शरीयत से संबंधित मुद्दे तथा अत्यन्त ही संवेदनशील कामन सिविल कोड (एक समान नागरिक संहिता) के मसले को छेड़ दिया गया है। इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान होने का दर्जा छीन कर एक सुलझे हुए मामले को दोबारा से शुरू कर विवाद पैदा कर दिया है।
नरेन्द्र मोदी की सरकार ने मुस्लिम पर्सनल ला तीन तलाक तथा कामन सिविल कोड आदि के मुद्दों को लेकर नया विवाद खड़ा करके इसकी आड़ में भी घिनौनी राजनीति शुरू कर दी है, जिसकी बसपा कड़े शब्दों में निन्दा करती है।