जयपुर। नमक उत्पादन के लिए मशहूर नांवा कस्बे के महेश की खुशी का ठिकाना शुक्रवार को उस समय नहीं रहा, जब पांच साल पहले मेले में खोई उसकी बहन ‘ममता’ रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर उसे मिल गई। ममता ने आज अपने भाई महेश को राखी बांधी और मुंह मीठा करवाया।
पुलिस के अनुसार, जयपुर से करीब 105 किलोमीटर दूर नागौर जिले के नांवा कस्बे की ममता जब नौ साल की थी तो उसे बालाजी के मेले के दौरान एक साधु उठाकर ले गया था। पुलिस की मदद से ममता कल अपने परिजनों के पास पहुंच गई।
ममता के चाचा ने बताया कि पिछले दिनों समाचार पत्र में एक बाबा के कब्जे से मुक्त करवाए गए बच्चों की फोटो थी उनमें से ममता एक थी। उन्होंने कहा कि पुलिस से मिलकर ममता को लाने के प्रयास शुरू किए अंतत कल ममता हमें मिल गई। हम सभी बहुत खुश हैं, ममता भी अपने परिजनों से मिलकर खुश है।