महेश को मिली 5 वर्ष पहले खोई हुई बहन

शनिवार, 29 अगस्त 2015 (17:48 IST)
जयपुर। नमक उत्पादन के लिए मशहूर नांवा कस्बे के महेश की खुशी का ठिकाना शुक्रवार को उस समय नहीं रहा, जब पांच साल पहले मेले में खोई उसकी बहन ‘ममता’ रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर उसे मिल गई। ममता ने आज अपने भाई महेश को राखी बांधी और मुंह मीठा करवाया।
 
ममता अपने परिजनों से मिलकर खुश तो हुई लेकिन जब उसे पता चला कि उसके पिता इस दुनिया में नहीं हैं तो वह दुखी हो गई।
 
पुलिस के अनुसार, जयपुर से करीब 105 किलोमीटर दूर नागौर जिले के नांवा कस्बे की ममता जब नौ साल की थी तो उसे बालाजी के मेले के दौरान एक साधु उठाकर ले गया था। पुलिस की मदद से ममता कल अपने परिजनों के पास पहुंच गई।
 
नांवा थाना पुलिस के प्रहलाद सिंह ने आज बताया कि वर्ष 2010 में बालाजी के मेले के दौरान खोई ‘ममता’ को जांच-पड़ताल के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि ममता को बाल सुधार गृह अजमेर से लाकर परिजनों के सुपुर्द किया गया।
 
ममता के चाचा ने बताया कि पिछले दिनों समाचार पत्र में एक बाबा के कब्जे से मुक्त करवाए गए बच्चों की फोटो थी उनमें से ममता एक थी। उन्होंने कहा कि पुलिस से मिलकर ममता को लाने के प्रयास शुरू किए अंतत कल ममता हमें मिल गई। हम सभी बहुत खुश हैं, ममता भी अपने परिजनों से मिलकर खुश है।
 
चाचा ने कहा कि महेश को राखी के दिन अपनी खोई हुई बहन मिल गई है। उन्होंने कहा कि ममता के खोने के पांच महीने बाद ही उसके पिता का निधन हो गया था। (भाषा) 

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