दरअसल, शनिवार की रात रामरूप ने अपना मोबाइल कहीं रख दिया था, जो काफी खोजने के बाद भी जब नहीं मिला तो उसने शकवश बड़े लड़के भगवानदास (13) की पिटाई शुरू कर दी। इससे क्षुब्ध होकर वह अपनी बड़ी मां के घर चला गया था। पिता ने घर पर बची 2 पुत्रियों सीताकुंवर (11) व ममता (9) को भी मारा-पीटा और इसके बाद सभी सो गए।