Operation sindoor और पहलगाम पर हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही रुकी, मानसून सत्र के पहले दिन ही मचा बवाल
अपराह्न 2 बजे कार्यवाही फिर आरंभ होने पर हंगामा जारी रहा। पीठासीन सभापति संध्या राय ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की और कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही अपराह्न 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद विमान हादसे का उल्लेख करते हुए दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमला, 'ऑपरेशन सिंदूर' को रोकने, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावों और बिहार में एसआईआर जैसे मुद्दों को उठाने की कोशिश की। उन्होंने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद सभी विषयों पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं।
सदन की कार्यवाही स्थगित : नारेबाजी नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 20 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। कार्यवाही दोपहर 12 बजे पुन: शुरू होने पर पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए। इस दौरान विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए। पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने कहा कि आज कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक होगी जिसमें सभी की सहमति से तय होगा कि किन विषयों पर चर्चा होगी और सरकार ऐसे सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम शुरू से अपील कर रहे हैं कि मानसून सत्र में सार्थक चर्चा हो। संसद सत्र के पहले दिन इस तरह हंगामा करना, नारेबाजी करके समय का दुरुपयोग करना ठीक नहीं है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सभी सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे रक्षा संबंधी जिस भी विषय पर चर्चा चाहते हैं, जितनी लंबी चर्चा चाहते हैं, हम लोकसभा अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे, उसके तहत ऐसी किसी भी चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में बीएसी (कार्य मंत्रणा समिति) की बैठक होगी और विपक्षी सदस्य जिस विषय पर चर्चा चाहते हैं उसे बैठक में उठाएं और जिन भी मुद्दों पर चर्चा तय होगी, सरकार उन पर पूरी तरह चर्चा कराने को तैयार है।
कांग्रेस के सदस्य आसन से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बोलने की अनुमति देने की अनुमति मांग रहे थे। इस दौरान, पीठासीन सभापति पाल ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि जिन भी विषयों पर चर्चा की सहमति बनेगी, सरकार उसके लिए तैयार है और विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाएगा। हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही अपराह्न 2 बजे तक स्थगित कर दी।(भाषा)