उल्लेखनीय कि 2015 में फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब के पृष्ठों से बेअदबी करने के एक प्रकरण के बाद जिले भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। बहबल कलां में 2 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि फरीदकोट के कोटकपूरा में अक्टूबर 2015 में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के बीच गोलीबारी में कुछ लोग घायल हो गए।