Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मानसून (monsoon) ने एक बार फिर कहर बरपाया है। बीते 24 घंटों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने राज्य के कई क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में अगले 24 घंटे के लिए बाढ़ का येलो अलर्ट जारी किया गया है। दूसरी ओर केदारनाथ धाम में भारी भूस्खलन हुआ है। केदार धाम से लौटते समय सोनप्रयाग भूस्खलन (landslide) क्षेत्र में फंसे करीब 40 श्रद्धालुओं को एसडीआरएफ (SDRF) ने बचाया।
अनेक राज्यों में वर्षा का अलर्ट : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार अनेक राज्यों में वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 5 शव और मिलने के बाद बढ़कर 10 हो गई है तथा 34 लापता लोगों की तलाश जारी है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को राज्य में बादल फटने की 11 घटनाएं, अचानक बाढ़ आने की 4 घटनाएं और एक बड़ा भूस्खलन हुआ। इन घटनाओं के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।ALSO READ: Weather Update: हिमाचल में 11 जगह बादल फटने से तबाही, 11 राज्यों में बारिश का अलर्ट
दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश का अलर्ट : दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए राहत की खबर है। अगले एक हफ्ते तक मौसम सुहावना बना रहेगा और लगातार हल्की बारिश की फुहार लोगों को गर्मी से निजात दिलाएंगी। 2 जुलाई से लेकर 7 जुलाई तक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि इस दौरान मौसम विभाग की ओर से किसी भी प्रकार की चेतावनी या अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
इन राज्यों में IMD का अलर्ट : आईएमडी के अनुसार अगले 6-7 दिन में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बहुत भारी स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान है। मध्यप्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है जबकि झारखंड और ओडिशा में कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है।
कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में कुछ स्थान पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। सौराष्ट्र और कच्छ में भी अगले 7 दिन में भारी बारिश हो सकती है जबकि इस अवधि के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान है।ALSO READ: Weather Update : हिमाचल में बारिश ने मचाया कहर, अब तक 17 लोगों की मौत, 38 सड़कें बंद
आईएमडी ने कहा कि तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक में सप्ताह के कुछ दिन में भारी बारिश हो सकती है। देश में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया था और बाढ़ के खतरे के कारण मध्यभारत, उत्तराखंड और हरियाणा के अधिकारियों और लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। पूर्वोत्तर के बड़े हिस्से, पूर्वी भारत के कई इलाकों और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश सामान्य से कम होने का पूर्वानुमान है। उत्तराखंड और हरियाणा में भी अच्छी बारिश की उम्मीद है।
राजस्थान में भारी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर इस सप्ताह जारी रहने का अनुमान है और इस दौरान कई जगह भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार को परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पूर्वी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है तथा मानसून 'ट्रफ लाइन' भी दक्षिणी राजस्थान से होकर गुजर रही है।
उन्होंने बताया कि इसके प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी व दक्षिणी राजस्थान में बुधवार को भी भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी रहने की पूरी संभावना है, वहीं पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में हल्की से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर आगामी 1 सप्ताह जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भी आगामी 3 से 4 दिन हल्की से मध्यम बारिश, 1 या 2 स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार सुबह तक पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान कई जगह भारी से अति भारी बारिश हुई। सबसे अधिक 199.0 मिलीमीटर बारिश झालावाड़ के खानपुर में हुई।ALSO READ: Chardham Yatra : चारधाम यात्रा 1 दिन के लिए स्थगित, उत्तराखंड में भारी बारिश बनी बाधा
भारी बारिश से अजमेर दरगाह की छत का एक हिस्सा गिरा, कोई हताहत नहीं : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह की छत का एक हिस्सा बुधवार शाम भारी बारिश के चलते गिर गया। हालांकि इससे किसी को चोट नहीं लगी। मगर घटना को लेकर जायरीनों में आक्रोश है और सूफी संत की सदियों पुरानी दरगाह के रखरखाव पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार छत का एक हिस्सा भारी बारिश के दौरान गिरा। इस दौरान दरगाह में कोई जायरीन नहीं था इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि इस घटना ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य के मंत्रालय के अधीन आने वाली दरगाह समिति (डीसी) द्वारा दरगाह के रखरखाव में कथित उपेक्षा और सुरक्षा उपायों की कमी को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
जायरीन व स्थानीय धर्मगुरुओं ने समिति पर बार-बार चेतावनी के बावजूद दरगाह का संरचनात्मक ऑडिट या आवश्यक मरम्मत कराने में विफल रहने का आरोप लगाया। अंजुमन समिति के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने दरगाह समिति द्वारा दरगाह के संचालन की निंदा की। उन्होंने कहा कि दरगाह समिति पूरी तरह विफल रही है। एक भी ऑडिट नहीं कराया गया। यह सिर्फ उपेक्षा नहीं है, यह संस्थागत उदासीनता है। अब पूरे भारत के मुसलमानों को दरगाह को केंद्र के नियंत्रण से मुक्त करने के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए। अजमेर दरगाह के खादिम (सेवादार) सैयद दानियाल चिश्ती ने भी समिति की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई।ALSO READ: Weather Update: 16 राज्यों में भारी बारिश, सूरत में 36 घंटे में 19 इंच पानी, राजस्थान में भी बाढ़ से हालात
उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल से मैं अपने हुजरे (कमरे) की मरम्मत की अनुमति मांग रहा हूं। हर बारिश के साथ पानी का रिसाव बढ़ता जा रहा है, लेकिन न तो वे कोई जवाब देते हैं और न ही हमें कोई कार्रवाई करने देते हैं। उनकी उदासीनता भयावह है। हालांकि दरगाह समिति ने इस घटना पर बुधवार रात तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हर साल देश-विदेश से लाखों जायरीन आते हैं।
झारखंड में 6 जुलाई तक होगी हल्की से मध्यम बारिश : रांची से मिले समाचारों के अनुसार झारखंड में 6 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने का अनुमान है जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुमला, सिमडेगा, खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के कुछ हिस्सों में गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक भारी बारिश के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
राज्य के लोहरदगा, लातेहार, चतरा, कोडरमा, हजारीबाग और रामगढ़ जिलों के लिए भी 4 जुलाई सुबह 8.30 बजे तक 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है। राजधानी रांची समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में बुधवार सुबह से ही रुक-रुककर बारिश हो रही है। रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने कहा कि दक्षिणी झारखंड के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण और मानसून के प्रभाव से राज्य में 6 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है।
झारखंड में 85 प्रतिशत अधिक बारिश : उन्होंने बताया कि राज्य में 17 जून को मानसून की दस्तक के बाद से लगातार बारिश हो रही है। अधिकारियों के अनुसार 1 जून से 2 जुलाई के बीच झारखंड में सामान्य बारिश 206.5 मिमी की तुलना में 382.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो 85 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि में रांची जिले में सर्वाधिक 203 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। इसके बाद लातेहार में 182 प्रतिशत और पूर्वी सिंहभूम में 158 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई।(Photo courtesy: IMD)