पुलिस के अनुसार, बीएसएफ जवान अपनी नाबालिग बेटी की आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का विरोध करने के लिए आरोपियों के घर गया था। यह घटना शनिवार रात करीब 10 बजे हुई और सात आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
बीएसएफ जवान मेलाजी वाघेला, उसकी पत्नी और बेटा जिले के नडियाद तालुक के चकलासी गांव में दिनेश जादव के घर गए थे। वे वाघेला की बेटी की आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित किए जाने को लेकर विरोध जताने के लिए उनके घर गए थे। पीड़ित परिवार ने दावा किया कि जादव के बेटे ने उनकी बेटी की आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित की।
नडियाद के पुलिस उपाधीक्षक वी आर बाजपेयी ने कहा कि इस मुद्दे पर तीखी बहस होने के बाद जादव और उनके परिवार के 6 अन्य सदस्यों ने वाघेला तथा उनके परिवार पर डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया। वाघेला को सिर तथा शहरी के अन्य अंगों पर चोटें आईं तथा मौके पर ही उसकी मौत हो गई। उसके बेटे नवदीप को भी सिर पर गहरी चोटें आई तथा उसकी पत्नी भी जख्मी हो गई।
भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (जानबूझकर अपमान करना) और 143 (गैरकानूनी रूप से एकत्रित) होने के तहत रविवार रात को एक प्राथमिकी दर्ज की गई। सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। घटना की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम सबूत एकत्रित कर रही है।