पुलिस के अनुसार, आरोपियों में से एक के पैर के अंगूठे पर पट्टी बंधी थी और वह एक दिन पहले भी अस्पताल गया था। ड्रेसिंग के बाद दोनों लड़के अख्तर के केबिन में चले गए। कुछ समय बाद रात्रिकालीन नर्सिंग कर्मचारी गजाला परवीन और मोहम्मद कामिल ने गोली चलने की आवाज सुनी। परवीन केबिन की ओर दौड़ी और अख्तर को खून से लथपथ हालत में कुर्सी पर बैठा पाया।
घटना की सूचना पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस अस्पताल के रिसेप्शन, ड्रेसिंग रूम और गैलरी के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच कर रही है। हत्या की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है।