दस साल की मासूम ने बताया, सूरज डूबने के बाद शुरू हो जाता था यातना और रेप का खौफनाक खेल...

बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की दुष्कर्म पीड़ित मासूम बच्चियों ने अपनी दर्द भरी आपबीती सुनाई। दस साल की रेप पीड़ित बच्ची ने कहा कि क्रूरता और दुष्कर्म की वजह से वह कई दिनों तक चल नहीं पा रही थी। इतना ही नहीं जांच में लड़की की गुप्तांग पर निशान पर भी मिले। 
 
पीड़ित लड़की ने शुक्रवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट को बताया कि सूरज डूबने के बाद जैसे ही अंधेरा होता था, सभी लड़कियां डरी हुई रहती थीं। रातें खौफ और सिहरन से भरी होती थीं। 'नेताजी' और 'हटरवाले अंकल' रेप करते थे। यदि कोई लड़की उनकी बात नहीं मानती थी तो हंटरवाला अंकल बुरी तरह पीटता था। हंटरवाला अंकल से तात्पर्य बालिका गृह संचालक आरोपी ब्रजेश ठाकुर से है, जबकि नेताजी चंद्रशेखर वर्मा को कहा गया है, जो कि बिहार की मंत्री मंजू वर्मा का पति है। 
 
रिपोर्ट्‍स के मुताबिक पीड़ित लड़कियों ने वर्मा पर भी आरोप लगाया है। हालांकि मंजू वर्मा ने इन आरोपों को आधारहीन बताया है। दूसरी ओर गिरफ्तार हुए बाल संरक्षण अधिकारी रवि कुमार रोशन की पत्नी का दावा है कि लड़कियां 'नेताजी' मंत्री मंजू वर्मा के पति को कह रही हैं।
 
एक लड़की ने बताया ने जो बताया वह कंपा देने वाला था। उसके मुताबिक हमें प्रताड़ित किया जाता था। भूखा रखने के साथ ही इंजेक्शन लगाए जाते थे। हर रात लड़कियों के साथ दुषकर्म होता था। हंटरवाला अंकल किसी भी कमरे आता था तो लड़कियां बुरी तरह डर जाती थीं।
 
एक अन्य लड़की ने कहा कि उसके साथ एनजीओ के लोगों ने और कई बाहरी लोगों ने कई बार दुष्कर्म किया। कई बार मुझे बालिका गृह से बाहर ले जाया जाता था। मुझे नहीं पता वे लोग कहां ले जाते थे। लेकिन फिर अगले दिन ही वापस लाया जाता था। 

गौरतलब है कि शेल्टर होम की 42 लड़कियों को रिहा कराया गया है। इन लड़कियों में से 29 के साथ रेप की पुष्टि हुई थी, जबकि 3 लड़कियां प्रेग्नेंट मिली और 3 का अबॉर्शन कराया गया था।
 

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