सरमा ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'आज मैं आधिकारिक रूप से कह सकता हूं कि हमारा एनपीएफ के साथ गठजोड़ नहीं हैं और सरकार बनाने के लिए एनपीएफ के साथ वापस जाने का प्रश्न ही नहीं उठता है। हम एनडीपीपी के साथ जाएंगे।’
जब उनसे पूछा गया कि निवर्तमान मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग को गठबंधन तोड़ने के संबंध में कोई आधिकारिक पत्र दिया गया था? सरमा ने कहा, 'राजनीति में हम बहुत ज्यादा पत्रों के जरिए नहीं चलते हैं। राजनीति संकेतों से चलती है और हम जेलियांग को काफी संकेत दे रहे हैं कि हम एनपीएफ के साथ दोस्ती नहीं कर सकते हैं।' एनडीपीपी का गठन27 फरवरी के चुनाव से ठीक पहले हुआ था और तब के एनपीएफ नेता नीफियू रियो इसके अध्यक्ष बने थे।
भाजपा नेता ने कहा, 'हम( भाजपा और एनडीपीपी) दोनों पार्टियों की सरकार में प्रतिनिधित्व और संरचना पर काफी बातचीत कर चुके हैं। रियो के द्वारा कुछ समय में इसका खुलासा किया जाएगा।' रियो ने बाद में बताया कि भाजपा और एनडीपीपी के बीच समझौते की जानकारियों का खुलासा अभी नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गठबंधन का नाम पीपल्स डेमोक्रेटिक गठबंधन रखा जाएगा। (भाषा)