गोवा में चल रहे 47वें अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म समारोह (ईफ्फी) के इतर नाना ने कहा कि पर्रिकर उस समय से मेरे दोस्त है जब वह कुछ भी नहीं थे। वह अभी भी मेरे दोस्त है और भविष्य में भी रहेंगे। अगर उन्हें मेरी कोई फिल्म पसंद नहीं आती है तो वह मुझे खुल कर बता देते है इसी तरह अगर मुझे उनका कोई राजनीति फैसला पसंद नहीं आता तो मैं उन्हें बोल देता हूं कि ऐसा नहीं होना चाहिए, यह गलत फैसला है। नाना ने कहा कि पर्रिकर मेरे करीबी दोस्त हैं और मुझे इसका फख्र है। राजनीति में मेरे कम मित्र है और मुझे उन सब पर फक्र है।