तूतीकोरिन (तमिलनाडु)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन-भारत सीमा पर गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला करते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि वह अपने पड़ोसी देश से डरे हुए हैं। गांधी ने यह भी कहा कि वह सिर्फ दो लोगों के लिए लाभकारी हैं।
तमिलनाडु में 6 अप्रैल से होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपने 3 दिवसीय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकारों के गिरने सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर मोदी, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्हें (राज्य के विधायकों) भगवा पार्टी ने खरीद लिया।
यहां वकीलों से बातचीत में वायनाड लोकसभा सीट से सांसद ने केन्द्र की भाजपा नीत सरकार पर हम दो, हमारे दो के नारे के साथ कटाक्ष किया। गांधी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध से पहले चीन ने डोकलाम में इस विचार को आजमाया (2017 में) था। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में सैनिकों, हथियारों एव अन्य सैन्य साजो-सामान की पैंगोंग झील के उत्तरी एवं दक्षिणी किनारे से वापसी के साथ पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से चीन ने हमारे देश के कुछ सामरिक इलाकों पर कब्जा किया है। इस विचार को पहले उन्होंने डोकलाम में आजमाया। राहुल ने कहा कि वे देखना चाहते थे कि भारत क्या प्रतिक्रिया देता है और उन्होंने देखा कि भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। और फिर उन्होंने इसे लद्दाख में आजमाया और मेरा मानना है कि उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में भी ऐसा किया होगा।
सीमा पर गतिरोध पर विस्तार से बात करते हुए गांधी ने कहा कि चीन की घुसपैठ पर मोदी की पहली प्रतिक्रिया थी कि भारत में कोई नहीं घुसा है। उन्होंने कहा कि इससे चीन को यह संकेत गया कि भारत के प्रधानमंत्री उनसे डरे हुए हैं, उन्होंने इसे समझा। और उसके बाद से चीनियों ने इसी सिद्धांत पर आगे की बातचीत की।
गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि वे जानते हैं कि भारत के प्रधानमंत्री उनका विरोध नहीं कर पाएंगे। मेरे शब्दों को लिख लीजिए, भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण देपसांग में हमारी जमीन अब इस सरकार के कार्यकाल में वापस नहीं लौट सकती।
उन्होंने आरोप लगाए कि प्रधानमंत्री जमीन वापस नहीं ले पाएंगे। वह दिखावा करेंगे कि हर चीज का समाधान हो गया है, लेकिन भारत उस क्षेत्र को खोने जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाए कि चीन को इस तरह का संदेश देना भविष्य के लिए काफी खतरनाक है क्योंकि चीन केवल लद्दाख तक ही नहीं रुकने वाला। कांग्रेस की सरकार चीन से बेझिझक निपटती थी।
गांधी ने कहा कि चीन को अच्छी तरह समझ आ गया था कि भारत को पीछे नहीं धकेला जा सकता। 2013 में जब चीन भारत में घुसा तो हमने कार्रवाई की जिससे वे समझौता करने के लिए बाध्य हुए। हम आगे बढ़े और अन्य इलाकों पर भी कब्जा किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अब वे समझ गए हैं कि प्रधानमंत्री में साहस नहीं है, चीन समझ गया है कि प्रधानमंत्री समझौता करने जा रहे हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ दो लोगों के लिए लाभकारी हैं।
गांधी ने हमालवर रुख जारी रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के संदर्भ में सवाल यह नहीं है कि वह उपयोगी हैं या अनुपयोगी, यहां सवाल यह है कि वह किसके लिए उपयोगी हैं। मैं इस देश के किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं के लिए उपयोगी हूं। नरेंद्र मोदी सिर्फ दो लोगों के लिए उपयोगी हैं।
उन्होंने कहा कि वह बहुत उपयोगी हैं क्योंकि ये दो लोग अपने धन को अभूतपूर्व तरीके से बढ़ाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री का उपयोग कर रहे हैं। जब समय आएगा तो वे उन्हें बस दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल कर फेंक देंगे, वह गरीबों के लिए अनुपयोगी हैं। वह सिर्फ हम दो हमारे दो के लिए उपयोगी हैं।
मध्य प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश, साथ ही पुडुचेरी में कांग्रेस नीत सरकारों के गिरने के संबंध में गांधी ने कहा कि मजबूत बने रहने के लिए कांग्रेस को अब दो तिहाई बहुमत से जीत दर्ज करनी होगी। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस 10-15 सीटों के अंतर से जीत दर्ज करती है तो वह जीत नहीं है, यह हार है क्योंकि भाजपा उन लोगों को खरीद लेगी। हम यही झेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर हम मध्य प्रदेश, राजस्थान और गोवा में इसके प्रयास, झारखंड, पुडुचेरी और अरुणाचल में देखें तो, हर जगह कांग्रेस की सरकार थी। लोगों ने हमें जनादेश दिया। पूंजी ने हमसे जनादेश छीन लिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें पता है कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में विधायकों को बहुत धन दिया गया है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपने पूरे राजनीतिक करियर में ईमानदार बने रहने के लिए उनके पास सूझबूझ है और इस मामले में वह सौभाग्यशाली हैं। उन्होंने कहा कि वह मुझे छू भी नहीं सकते, ईडी, सीबीआई कोई नहीं, मुझे किसी से कोई असर नहीं पड़ने वाला। इसलिए भाजपा चौबीसों घंटे मुझ पर निशाना साधती है और उन्हें पता है कि यह व्यक्ति भ्रष्ट नहीं है, और उनके पास मेरे खिलाफ कुछ नहीं है।