छात्र वैभव रॉय जवाहर नगर इलाके में रहने वाले उन 36 छात्रों में से है जो पिछले कुछ दिनों से इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इनमें से 18 छात्रों के स्वास्थ्य में सुधार हो गया है, जबकि अन्य का 3 निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
कोटा के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर जगदीश सोनी ने पीटीआई से कहा कि पता चला है कि इलाके में पानी आपूर्ति करने वाले तीन आपूर्तिकर्ता कोचिंग संस्थानों, छात्रावासों और कैंटीन में दूषित पेयजल दे रहे थे। हालांकि उन्होंने कहा कि रॉय की मृत्यु के वास्तविक कारण का पता पोस्टमार्टम के बाद ही चलेगा।
वहीं, डॉक्टर सोनी ने बताया कि हाल ही में 35 छात्रों के हेपेटाइटिस-ए से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया, इसके बाद विभिन्न स्रोतों से पानी के कम से कम 65 नमूने लिए गए। उन्होंने बताया कि कोचिंग संस्थानों, छात्रावासों और कैंटीनों में पानी की आपूर्ति करने वाले तीन लोगों के पानी के दूषित होने की पुष्टि हुई है।