पटना। बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की करीब 40 मिनट तक हुई बातचीत के बाद पिछले दस दिनों से बने गतिरोध के खत्म होने के आसार नजर आने लगे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी आज मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मध्यस्थ की भूमिका में नजर आए।
चौधरी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा उनके बड़े भाई स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को लेकर मुख्यमंत्री के कक्ष में गए। कुछ देर के बाद ही स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव बाहर आ गए। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई। हालांकि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई इसका ब्योरा तत्काल नहीं मिल सका है।
सूत्रों के अनुसार संभवत: उप मुख्यमंत्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों के संबंध में सफाई मुख्यमंत्री कुमार को सफाई दी है। उप मुख्यमंत्री श्री यादव के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पांच जुलाई को प्राथमिकी दर्ज की थी और उसके बाद सात अगस्त को सीबीआई ने कई ठिकानों पर छापा मारा था। इसके बाद जदयू ने तेजस्वी यादव पर खुद को बेगुनाह साबित करने या पद छोड़ने का दबाव
बनाया था।
इसके बाद से ही मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच दूरियां बढ़ गई थी और ऐसा बताया जाता है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और श्री तेजस्वी यादव के साथ मुख्यमंत्री की बातचीत भी बंद हो गई थी। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच गतिरोध को तोड़ने के लिए कांग्रेस की ओर से लगातार कोशिश हो रही थी, लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी।
उधर जद यू ने पहले ही इस मामले में नरमी का संकेत देते हुए कहा था कि पार्टी ने उप मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग नहीं की थी बल्कि उनसे पार्टी की अपेक्षा थी कि वह अपने ऊपर लगे आरोपों के संबंध में जनता के बीच सफाई दें। वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने साफ कहा था कि सिर्फ प्राथमिकी दर्ज होने के कारण उप मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे।
राजद प्रमुख ने कहा था कि जहां तक आरोपों का सवाल है वह इस मामले में सीबीआई, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष अपनी बात रखेंगे। वैसे सभी बातें जनता की जानकारी में है। (वार्ता)