श्रीनगर। कश्मीर घाटी में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया गया। ईद की खास नमाज अदा करने के लिए लोग मस्जिदों और ईदगाहों में एकत्रित हुए। हालांकि कुछ इलाकों में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव और झड़प की घटनाएठ भी हुईं।
मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान में एक माह तक रोजे रखने के बाद आज सुबह से ही नमाज पढ़ने के लिए ईदगाहों अथवा मस्जिदों में एकत्रित हो गए। अधिकारियों ने बताया कि हजरतबल मस्जिद में सबसे ज्यादा लोग एकत्रित हुए। यहां 50,000 से अधिक लोगों ने नमाज अदा की।
उन्होंने बताया कि पुराने शहर की ईदगाह में करीब 40,000 लोग इकट्ठा हुए और अपनी नमाज अदा की। उन्होंने बताया कि शहर के बीचों-बीच स्थित सोनावर और सौरा मस्जिद में भी लोग बड़ी संख्या में जुटे। इसके अलावा सभी जिला मुख्यालयों और घाटी के सभी प्रमुख शहरों में भी भारी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हुई।
उन्होंने बताया कि नमाज के बाद पथराव की कुछ घटनाओं को छोड़कर घाटी में स्थिति करीब-करीब शांतिपूर्ण रही। सोपोर, अनंतनाग, राजपुरा, शोपियां कस्बे और शहर के सफकदल इलाके में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पें हुईं। हालांकि इसमें किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों ने ईद के मौके पर भारी भीड़ जुटने के बाद हिंसा भड़कने के डर से सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख समेत सभी अलगाववादी नेताओं को घर में नजरबंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जेकेएलएफ के चेयरमैन मोहम्मद यासिन मलिक को भी एहतियातन हिरासत में ले लिया है और उन्हें श्रीनगर के केन्द्रीय कारागार में रखा है। (भाषा)