बाद में, लखनउ जिला प्रशासन ने पेट्रोल पंप मालिकों के साथ बैठक में आश्वासन दिया कि जो पंप मालिक ईमानदारी से अपना कारोबार कर रहे हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। प्रशासन ने पंप मालिकों से सहयोग की अपेक्षा भी की, जिसके बाद करीब 12 घंटे चली हड़ताल समाप्त कर दी गई।