आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक यह घटना इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि इसे कानून-व्यवस्था की रक्षा करने की जिम्मेदारी वाली पुलिस के लोगों की तरफ से अंजाम दिया गया। महिला आयोग ने असम प्रशासन से कहा है कि इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि आगे ऐसी कोई घटना नहीं हो।
खबरों के मुताबिक असम पुलिस ने मंगलवार को अपने 2 अधिकारियों पर महिलाओं का उत्पीडन करने, कपड़े निर्वस्त्र करने और पिटाई के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह घटना पिछले हफ्ते असम के दिरांग जिले में घटित हुई। इनमें से एक महिला का दावा है कि वह 2 महीने की गर्भवती थी और पिटाई के कारण उसका गर्भपात हो गया है।